सोमवार, 19 अक्तूबर 2015

माँ तेरे रूप अनेक, छायांकन -अजामिल












नाटक हास्य रसायन, छायांकन -अजामिल




















छायाकार श्री मोहन लाल नहीं रहे

इलाहाबाद के वरिष्ठ छायाकार श्री मोहन लाल जी बेहद मिलनसार, सरल और रचनात्मकता से भरे पूरे छायाकार थे | फोटोग्राफी के क्षेत्र में उन्होंने बहुत से उभरते छायाकारो को प्रेरित किया | उनकी रूचि अनेको कलाओं में थी इस लिए उनका बहुत से क्षेत्रो के लोगो से मिलना-जुलना था | पिछले दिनों मोहन लाल जी हमारे बीच नहीं रहे | ह्रदय गति रूक जाने से उनका देहांत हो गया वह अपने पीछे भरा पूरा परिवार  छोड़ कर चले गए | कथाकार दूध नाथ सिंह के सानिध्य में हुई शोक सभी में अनेक साहित्यकार ,छायाकार और संस्कृतिकर्मीयों ने उन्हें याद किया और अपनी भाव भीनी श्रध्दान्जली दी |
आलेख-छायांकन-विकास चौहान